दोस्तों कभी ना कभी आपके दिमाग में यह सवाल आया होगा कि मृत्यु के बाद आत्मा क्यों भटकती है?किसी व्यक्ति की मृत्यु अगर भटकती है तो उसका क्या कारण है और इसकी क्या वजह होती हैं? क्या आप इस बारे में जानते हैं? क्या वह आत्मा भूत, प्रेत पिचास बन जाती है।
इसके पीछे की सच्चाई को आज जानिए। दोस्तों हम आपको बता देगी दुनिया का हर एक व्यक्ति जिसने इस धरती पर जन्म लिया है। उसे एक ना एक दिन मरना है। यह बात निश्चित है। और यह हम लोग भली-भांति जानते हैं।
आपको बता दें कि आत्मा को किसी भी यंत्र द्वारा देखा नहीं जा सकता उसको केवल महसूस किया जाता सकता है। आत्मा हमारे शरीर का वह हिस्सा है जो आखिरी सांस तक रहता है।
जो व्यक्ति भूखा प्यासा मरता है। संभोग सुख, वासना और गुस्सा लेकर व किसी का एक्सीडेंट या किसी ने सुसाइड या फिर उसका मर्डर किया गया है। उस व्यक्ति की आत्मा भूत प्रेत, पिचास, बनकर भटकती है। यह आत्मा हमेशा भटकती रहती है। भूत प्रेतों को खाने पीने की इच्छा होती है। इसी कारण से इन भूतों को तृप्ति नहीं मिल पाती है। इस तरह के भूत पिचास जंगल और घर के एकांत हिस्से में भटकते रहते हैं। यह भूत प्रेत हमेशा मुक्ति दिलाने वाले का इंतजार करते हैं।
जो भूत प्रेत होते हैं इन्हें हम देख नहीं सकते बल्कि इनको महसूस किया जाता है। क्योंकि यह शरीर रहित होते हैं और यह वायु के साथ 16 तत्वों से मिलकर बने होते हैं। कुछ आत्माओं को दूसरों को टच करने की शक्ति होती है और कुछ को नहीं।
जिन आत्माओं के पास टच करने की शक्ति है।वह किसी भारी-भरकम चीज को भी उठा कर फेंक सकती हैं।अगर आत्मा बुरी होती है तो इसके पास रहने वाले लोगों को काफी खतरा है। ऐसी आत्मा किसी के भी शरीर में प्रवेश करके उससे कोई भी गलत काम करवा सकती है। इन आत्माओं पर किसी भी प्रकार का असर नहीं होता जैसे गोली और आग। क्योंकि यह वायु जैसे तत्वों से मिलकर बनी होती है। और यह आत्माएं हमें दिखाई भी नहीं आती।ऐ
ऐसी बात नहीं है बहुत सारी आत्माएं अच्छी भी होती हैं। वह किसी अच्छे व्यक्ति का इंतजार करती है जो उन्हें मुक्ति दिला सके। वह हमेशा अच्छे कर्म करने वाले व्यक्ति को खोजती हैं। उनके अनुभव है आत्मा उनके शरीर में प्रवेश करती है।
नकारात्मक आत्माओं से बचने के लिए हमेशा सभी को अच्छे कर्म करने चाहिए। मरने के बाद की प्रक्रिया पूर्ण संपन्न करनी चाहिए।