
देशी गाय की महत्ता
धन्यवाद मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी, गौ संरक्षण हित मैं आपने अत्यंत साहसिक कार्य किया है। मध्य प्रदेश की जनता आपको हृदय से धन्यवाद देती है।
गौ संरक्षण संवर्धन के लिए देसी गाय का घी,दूध,मठा, मक्खन ही क्यों??
जिस प्रकार पानी दो प्रकार का होता है शुद्ध और अशुद्ध उसी प्रकार गाय का दूध भी दो प्रकार का होता है अमृत तथा जहर.
गाय में शिव तत्व
दूध के अधिक उत्पादन हेतू दुग्ध व्यापारियों तथा शिव तत्व की समझ ना रखने वाले देशों ने (शंकर, जर्सी, मुर्रा,) आदि गायों का निर्माण गाय भैंस आदि अनेक जीवो के जींस को मिलाकर किया है जिससे गाय के शरीर से शिव तत्व (अमृत्व) नष्ट हो जाता है। इस दूध का सेवन तथा इसके अपविस्ट औषधि योग्य नहीं रहते। वर्तमान विश्व में सिर्फ भारत ही यह कैसा देश है जहां पर 75% देसी गाय का वर्चस्व है, पूरी दुनिया के देश अधिक लाभ तथा क्रूरता के चलते गाय को नष्ट, भ्रष्ट, कर मांसाहारी बना चुके हैं। किंतु भारत के पास समय है वह सचेत हो तथा गाय को नष्ट भ्रष्ट जहरीला बनाने से बचाए। इसके लिए मध्यप्रदेश में आजादी के बाद शिवराज सिंह जी ने साहसिक कदम उठाया है।
गाय का घी विक्रय में व्यापारियों की कारस्तानी।
बाजार में मिलने वाला प्रत्येक गाय का घी मैं चालाकी पूर्वक लिखा होता है गाय का देसी घी किंतु यह नहीं पता चलता यह असली गाय का स्वास्थ्य वर्धक तथा सनातन पूजा योग्य घी है या नहीं ,संशय बना रहता है। बाबा रामदेव के पतंजलि घी में भी स्पष्ट वर्णन नहीं है। कम से कम उनको तो स्पष्ट वर्णन करना चाहिए।
कोटि कोटि धन्यवाद दूंगा शिव भक्त मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को जिन्होंने साहस पूर्वक 70 साल बाद गौ संरक्षण विधेयक लाने की बात की उन्हें इस बात के लिए नमन करता हूं। साहस पूर्वक कदम इसलिए कहता हूं क्योंकि आसाराम बापू जी को गौ संरक्षण संवर्धन की साजिश पूर्ण घिनौनी सजा मिल चुकी है। तथा गुलजारी लाल नंदा को गो विधेयक लाने के लिए 1 सप्ताह के अंदर प्रधानमंत्री पद से पद मुक्त होना पड़ा था ।हो सकता है वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी को भी साजिश कर के पद मुक्त करने की सजा या घिनौनी साजिश की तैयारी हो रही हो।सावधान रहें
शरद अग्रवाल